Sensex: शेयर बाजार के लिए आज का दिन (12 अप्रैल 2024) कुछ अच्छा नहीं रहा! बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला संवेदनशील इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) आज 800 से ज्यादा अंक लुढ़क गया। इतनी गिरावट के बाद सेंसेक्स 74,244.90 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी (Nifty) को भी झटका लगा और यह करीब 234 अंक नीचे आकर 22,519.40 पर बंद हुआ। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि बाजार में इतनी गिरावट किस वजह से आई है, लेकिन निवेशकों के लिए ये निश्चित रूप से एक बुरा दिन रहा।
शेयर बाजार में कल (13 अप्रैल 2024 को, क्योंकि जानकारी 13 अप्रैल को अपडेट की जा रही है) भारी गिरावट देखने को मिली! बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) पूरे दिन दबाव में रहा और 800 से भी ज्यादा अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। यह हालिया समय में सेंसेक्स में सबसे बड़ी गिरावटों में से एक है। दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन अंततः बाजार लाल निशान पर बंद हुआ, यानी समापन भाव शुरुआती भाव से कम रहा। सेंसेक्स आखिर में 74,244.90 के स्तर पर बंद हुआ।
इसी तरह से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स निफ्टी (Nifty) को भी कल झटका लगा। निफ्टी करीब 234 अंक नीचे आकर 22,519.40 पर बंद हुआ। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बाजार में इतनी बड़ी गिरावट किस वजह से आई। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक बाजारों में गिरावट, कुछ कंपनियों के तिमाही नतीजों को लेकर निराशा, और निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली जैसे कई कारक बाजार की इस गिरावट के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex): भारत का शेयर बाजार का तापमान
सेंसेक्स क्या है?
सेंसेक्स (Sensex) का पूरा नाम सेंसिटिव इंडेक्स (Sensitive Index) है। यह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का एक बेंचमार्क इंडेक्स (benchmark index) है।
यह कैसे काम करता है?
सेंसेक्स 30 सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा कारोबार करने वाली कंपनियों के शेयरों के प्रदर्शन को ट्रैक करता है। इन कंपनियों का कुल बाजार मूल्य सेंसेक्स की गणना का आधार बनता है। जब इन कंपनियों के शेयरों की कीमतें बढ़ती हैं, तो सेंसेक्स भी बढ़ता है, और जब इनकी कीमतें गिरती हैं, तो सेंसेक्स भी गिरता है।
क्यों यह महत्वपूर्ण है?
सेंसेक्स भारत के समग्र शेयर बाजार (overall stock market) के स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेतक माना जाता है। यह निवेशकों को यह समझने में मदद करता है कि बाजार कैसा प्रदर्शन कर रहा है और भविष्य में क्या उम्मीद की जा सकती है।
सेंसेक्स को कैसे समझें:
- सेंसेक्स अंक: यह सेंसेक्स के वर्तमान मूल्य को दर्शाता है।
- बदलाव: यह पिछले बंद भाव की तुलना में सेंसेक्स में कितना बदलाव आया है, यह दर्शाता है।
- प्रतिशत परिवर्तन: यह पिछले बंद भाव की तुलना में सेंसेक्स में प्रतिशत परिवर्तन दर्शाता है।
- शीर्ष लाभकारी और हानिकारक: यह वे कंपनियां हैं जिनके शेयरों ने सेंसेक्स को सबसे ज्यादा बढ़ाया या घटाया है।
सेंसेक्स पर प्रभाव डालने वाले कारक:
- आर्थिक स्थिति: देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति सेंसेक्स को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों में से एक है। यदि अर्थव्यवस्था मजबूत है, तो कंपनियां अच्छा प्रदर्शन करती हैं और सेंसेक्स बढ़ता है।
- वैश्विक घटनाएं: वैश्विक घटनाएं भी सेंसेक्स को प्रभावित कर सकती हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी प्रमुख देश में अर्थव्यवस्था मंदी में चली जाती है, तो इसका असर भारत के शेयर बाजार पर भी पड़ सकता है।
- सरकारी नीतियां: सरकार द्वारा की जाने वाली नीतियां भी सेंसेक्स को प्रभावित कर सकती हैं। यदि सरकार ऐसी नीतियां लाती है जो व्यवसायों के लिए अनुकूल हैं, तो सेंसेक्स बढ़ सकता है।
- ब्याज दरें: ब्याज दरों में बदलाव भी सेंसेक्स को प्रभावित कर सकता है। यदि ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो कंपनियों के लिए उधार लेना महंगा हो जाता है, जिससे उनके मुनाफे पर प्रभाव पड़ सकता है और सेंसेक्स गिर सकता है।
- निवेशक भावना: निवेशकों की भावना भी सेंसेक्स को प्रभावित कर सकती है। यदि निवेशक आशावादी हैं, तो वे अधिक शेयर खरीदेंगे, जिससे सेंसेक्स बढ़ेगा।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सेंसेक्स सिर्फ 30 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है। यह पूरे भारतीय शेयर बाजार का संपूर्ण चित्र नहीं दर्शाता है।
अधिक जानकारी के लिए:
- आप BSE की वेबसाइट देख सकते हैं: https://www.bseindia.com/
- आप विश्वसनीय वित्तीय समाचार स्रोतों और वेबसाइटों से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
निवेश सलाह:
शेयर बाजार में निवेश करने से पहले, आपको हमेशा अपना शोध करना चाहिए और वित्तीय सलाहकार से सलाह लेनी चाहिए।
यह गिरावट निश्चित रूप से उन निवेशकों के लिए परेशानी का सबब है जिनका पैसा शेयर बाजार में लगा हुआ है। हालांकि, बाजार उतार-चढ़ाव का खेल है, और लंबे समय के निवेशकों को अक्सर सलाह दी जाती है कि वे घबराएं नहीं बल्कि calm रहें और अपने निवेश लक्ष्यों पर ध्यान दें।