भारत का संविधान (The Constitution of India)

Anant Kachare
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The Constitution of India

The Constitution of India: राज्यघटन (Rajyaghatna) हिंदी में “संविधान” (Samvidhan) का पर्यायवाची है। यह भारत का सर्वोच्च कानून है, जो देश के ढांचे, नागरिकों के मौलिक अधिकारों और राष्ट्र के मूल सिद्धांतों को रेखांकित करता है।

The Constitution of India

भारतीय संविधान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी (Important Information about the Indian Constitution):

भारतीय संविधान: विस्तृत जानकारी (Details ofThe Constitution of India)

स्वीकृति (Adoption):

  • दिनांक: 26 नवंबर, 1949
  • कार्यान्वयन: 26 जनवरी, 1950

लंबाई (Length):

  • अनुच्छेद: 448
  • भाग: 22
  • अनुसूचियां: 12
  • शब्दों की संख्या: लगभग 470,000
The Constitution of India
The Constitution of India

संरचना (Structure):

  • भाग:
    1. प्रस्तावना (Preamble)
    2. मौलिक अधिकार (Fundamental Rights)
    3. राज्य के नीति निर्देशक तत्व (Directive Principles of State Policy)
    4. मौलिक कर्तव्य (Fundamental Duties)
  • भाग 5 से 22:
    • सरकार के अंग (Organs of Government)
    • नागरिकता (Citizenship)
    • मौलिक अधिकारों पर प्रतिबंध (Restrictions on Fundamental Rights)
    • चुनाव (Elections)
    • राज्यों के प्रशासन (Administration of States)
    • केंद्र शासित प्रदेश (Union Territories)
    • संशोधन (Amendment)
    • अनुसूचियां (Schedules)
    • अनुसूची 1 से 11: राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सीमाओं का निर्धारण, भाषाओं का उल्लेख, आदि।
    • अनुसूची 12: संविधान में संशोधन
The Constitution of India
The Constitution of India

विशेषताएं (Features):

  • संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक, गणराज्य (Sovereign, Socialist, Secular, Democratic, Republic): भारत के मूल सिद्धांतों को परिभाषित करता है।
  • लचीला संविधान (Flexible Constitution): संशोधन के माध्यम से बदला जा सकता है।
  • लिखित संविधान (Written Constitution): स्पष्ट और निश्चित कानूनों का एक समूह।
  • सर्वोच्च कानून (Supreme Law): देश के सभी कानूनों पर सर्वोच्चता प्राप्त है।
  • संघीय प्रणाली (Federal System): केंद्र और राज्य सरकारों के बीच शक्तियों का वितरण।
  • संसदीय प्रणाली (Parliamentary System): प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली सरकार।
  • स्वतंत्र न्यायपालिका (Independent Judiciary): न्यायाधीशों को कार्यकाल की सुरक्षा प्रदान करता है।
  • न्यायिक समीक्षा की शक्ति (Power of Judicial Review): न्यायालयों को कानूनों की वैधता की जांच करने का अधिकार देता है।
The Constitution of India

महत्व (Importance):

  • नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करता है।
  • शासन की प्रणाली स्थापित करता है।
  • राष्ट्रीय नीति और दिशा प्रदान करता है।
  • विभिन्न अंगों के बीच शक्तियों का संतुलन बनाए रखता है।
  • नागरिकों को न्याय प्रदान करता है।
  • राष्ट्र की एकता और अखंडता को बनाए रखता है।

भारतीय संविधान एक जीवंत दस्तावेज है जो देश के शासन और नागरिकों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह नागरिकों को मौलिक अधिकार प्रदान करता है, शासन की एक प्रणाली स्थापित करता है, राष्ट्रीय नीति और दिशा प्रदान करता है, विभिन्न अंगों के बीच शक्तियों का संतुलन बनाए रखता है, नागरिकों को न्याय प्रदान करता है और राष्ट्र की एकता और अखंडता को बनाए रखता है।

अतिरिक्त जानकारी (Additional Information):

The Constitution of India
The Constitution of India

भारतीय संविधान एक जीवंत दस्तावेज है जिसे कई बार परिभाषित प्रक्रिया के माध्यम से संशोधित किया गया है। यह नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने, एक निष्पक्ष और न्यायपूर्ण समाज सुनिश्चित करने और राष्ट्र के विकास को निर्देशित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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