Electronic Interlocking in Metro: मेट्रो रेल प्रणाली में सुरक्षा सर्वोपरि है। ट्रेनों को सुरक्षित दूरी बनाए रखने और टकराव को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम (ईआई) कहा जाता है। मेट्रो रेल प्रणाली में, यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। ट्रेनों को सुरक्षित दूरी बनाए रखने और टकराव को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रणाली का उपयोग किया जाता है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम (ईआई) कहा जाता है।
क्या है इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम (ईआई)? Electronic Interlocking in Metro
ईआई एक कंप्यूटर आधारित प्रणाली है जो मेट्रो ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही को नियंत्रित करती है। यह सुनिश्चित करता है कि ट्रेनें केवल उसी समय किसी ट्रैक सेक्शन पर चल सकें, जब वह सेक्शन खाली हो। Electronic Interlocking in Metro एक आधुनिक तकनीक है जो रेलवे जंक्शनों, स्टेशनों और सिग्नलिंग पॉइंट्स पर ट्रेनों की आवाजाही को सुरक्षित और कुशल संचालन सुनिश्चित करती है। यह सिग्नल और स्विच के बीच ऑपरेटिंग सिस्टम को नियंत्रित करता है, जो रेलवे सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
Electronic Interlocking in Metro
ईआई प्रणाली सेंसर, स्विच और कंप्यूटर का एक नेटवर्क है जो रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों की स्थिति की निगरानी करता है। यह जानकारी एक केंद्रीय नियंत्रण इकाई को भेजी जाती है, जो ट्रेनों को आगे बढ़ने या रुकने के लिए सिग्नल जारी करती है।
भारतीय रेलवे में ईआई: Electronic Interlocking in Metro
भारतीय रेलवे ने अपनी रेलवे लाइनों में सुरक्षा और दक्षता में सुधार के लिए ईआई प्रणाली को अपनाया है। धीरे-धीरे पुराने यांत्रिक इंटरलॉकिंग सिस्टम को ईआई सिस्टम से बदला जा रहा है।
इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम रेलवे सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण प्रणाली है। यह ट्रेनों के बीच सुरक्षित दूरी बनाए रखने और टकराव को रोकने में मदद करता है, जिससे यात्रियों के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित होती है।
ईआई कैसे काम करता है? Electronic Interlocking in Metro
ईआई कई तरह के सेंसर और स्विचों के साथ मिलकर काम करता है जो ट्रैक पर ट्रेनों की स्थिति का पता लगाते हैं। यह जानकारी एक केंद्रीय कंप्यूटर सिस्टम को भेजी जाती है, जो तब ट्रेनों को सिग्नल देता है कि वे आगे बढ़ सकती हैं या रुक सकती हैं।
ईआई प्रणाली में निम्नलिखित कार्य शामिल हैं:
- ट्रैक सर्किट: ये सर्किट ट्रैक पर ट्रेनों की मौजूदगी का पता लगाते हैं। यदि ट्रैक पर कोई ट्रेन है, तो सर्किट टूट जाता है और ईआई प्रणाली यह पहचान लेती है।
- सिग्नल: ईआई प्रणाली ड्राइवरों को यह बताने के लिए सिग्नल का उपयोग करती है कि उन्हें आगे बढ़ना है या रुकना है। हरा सिग्नल आगे बढ़ने की अनुमति देता है, जबकि लाल सिग्नल रुकने का संकेत देता है।
- प्वाइंट मशीन: ये मशीनें ट्रैक स्विचों को नियंत्रित करती हैं, जो ट्रेनों को विभिन्न दिशाओं में जाने की अनुमति देती हैं। ईआई प्रणाली यह सुनिश्चित करती है कि प्वाइंट मशीनें सुरक्षित रूप से सेट हों और किसी ट्रेन के ट्रैक बदलने के दौरान दुर्घटना न हो।
ईआई के फायदे: Electronic Interlocking in Metro
ईआई पारंपरिक यांत्रिक इंटरलॉकिंग प्रणालियों की तुलना में कई फायदे प्रदान करता है, जिनमें शामिल हैं:
- बेहतर सुरक्षा: ईआई प्रणाली मानवीय त्रुटि की संभावना को कम करती है और ट्रेनों के बीच टक्कर को रोकने में अधिक प्रभावी है।
- अधिक क्षमता: ईआई प्रणाली ट्रेनों के बीच सुरक्षित दूरी को कम करने की अनुमति देती है, जिससे मेट्रो प्रणाली की क्षमता बढ़ जाती है।
- आसान रखरखाव: ईआई प्रणाली पारंपरिक प्रणालियों की तुलना में बनाए रखने में आसान होती है।
- लचीलापन: ईआई प्रणाली को भविष्य की जरूरतों के अनुसार आसानी से अपग्रेड किया जा सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम मेट्रो रेल प्रणाली की सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह ट्रेनों के बीच सुरक्षित दूरी बनाए रखने और टकराव को रोकने में मदद करता है, जिससे यात्रियों के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित होती है।