Political parties in india: भारतीय राजनीतिक व्यवस्था 2024

11 Min Read
Political parties in india

Political parties in india: भारत में राजनीतिक पार्टियों की व्यापक विविधता है, जिसमें विभिन्न विचारधाराओं, सामाजिक वर्गों और क्षेत्रों के आधार पर विभाजन है। यहां बड़ी राष्ट्रीय पार्टियां जैसे कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, और अन्य दल हैं, साथ ही कई क्षेत्रीय और छोटे-मोटे दल भी हैं जो अपने क्षेत्रों में प्रभाव बनाए रखने का प्रयास करते हैं।

Political parties in india

यहां राजनीतिक पार्टियों के बीच गहरा प्रतिस्पर्धा होता है जो भारतीय राजनीति को जिंदा और गतिशील बनाए रखता है। भारत में कई राजनीतिक दल हैं, जिन्हें पंजीकरण के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। यहां उनका संक्षिप्त विवरण दिया गया है:

भारत की राष्ट्रीय पार्टियां (National Parties): Political parties in india

राष्ट्रीय पार्टियां वे राजनीतिक दल हैं जिन्हें पूरे देश में चुनाव लड़ने का अधिकार प्राप्त होता है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मानदंडों को पूरा करने पर दलों को यह दर्जा दिया जाता है।

वर्तमान में, भारत में 6 राष्ट्रीय पार्टियां हैं:

  1. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
  2. बहुजन समाज पार्टी (बसपा)
  3. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस)
  4. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (भाकपा (म))
  5. नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी)
  6. आम आदमी पार्टी (आप)

राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त करने के लिए, दलों को निम्नलिखित में से कम से कम एक शर्त पूरी करनी होती है:

  • चार या अधिक राज्यों में राज्य स्तरीय पार्टी का दर्जा प्राप्त होना।
  • लोकसभा या विधानसभा चुनावों में कम से कम 6% वोट और 4 लोकसभा सीटें जीतना।
  • कम से कम तीन राज्यों में लोकसभा की कुल सीटों का 2% जीतना।

राष्ट्रीय पार्टियों को कुछ विशेष सुविधाएं मिलती हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • चुनाव चिन्ह: राष्ट्रीय पार्टियां चुनाव आयोग द्वारा आवंटित एक स्थायी चुनाव चिन्ह का उपयोग कर सकती हैं।
  • चुनाव प्रचार: उन्हें चुनाव प्रचार के लिए मुफ्त रेडियो और टीवी समय मिलता है।
  • चुनाव खर्च: उन्हें चुनाव खर्च के लिए अधिक धन मिलता है।
  • पार्टी अनुदान: उन्हें चुनाव आयोग से अनुदान प्राप्त होता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि राष्ट्रीय पार्टी होने का मतलब यह नहीं है कि वे हमेशा चुनाव जीतते हैं। क्षेत्रीय दल भी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, खासकर राज्य स्तरीय चुनावों में।

भारतीय राजनीति में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वे देश के विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व करते हैं और विभिन्न विचारधाराओं को आगे बढ़ाते हैं।

भारत की राज्य पार्टियां (State Parties): Political parties in india

Political parties in india

राज्य पार्टियां वे राजनीतिक दल हैं जो किसी विशिष्ट राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव लड़ने के लिए मान्यता प्राप्त हैं। ये दल आमतौर पर उस राज्य या केंद्र शासित प्रदेश के मुद्दों और हितों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

वर्तमान में, भारत में 54 से अधिक राज्य पार्टियां हैं। इनमें से कुछ दल काफी प्रभावशाली हैं और राज्य सरकारों में भी भागीदारी करते हैं।

राज्य पार्टी का दर्जा प्राप्त करने के लिए, दलों को निम्नलिखित में से कम से कम एक शर्त पूरी करनी होती है:

  • विधानसभा चुनाव में कम से कम 6% वोट और 3 विधानसभा सीटें जीतना।
  • पंचवर्षीय चुनाव समीक्षा में राज्य विधानसभा की कुल सीटों का कम से कम 5% जीतना।

राज्य पार्टियों को कुछ सुविधाएं भी मिलती हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • चुनाव चिन्ह: राज्य पार्टियां चुनाव आयोग द्वारा आवंटित एक चुनाव चिन्ह का उपयोग कर सकती हैं।
  • चुनाव खर्च: उन्हें चुनाव खर्च के लिए धन मिलता है।
  • पार्टी अनुदान: उन्हें राज्य निर्वाचन आयोग से अनुदान प्राप्त होता है।

कुछ प्रमुख राज्य पार्टियों के उदाहरण:

  • शिवसेना (महाराष्ट्र)
  • तेलुगुगु देशम पार्टी (आंध्र प्रदेश)
  • द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (तमिलनाडु)
  • जनता दल (यूनाइटेड) (बिहार)
  • असम गण परिषद (असम)
  • राष्ट्रीय जनता दल (ओडिशा)
  • गोवा फॉरवर्ड पार्टी (गोवा)
  • सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (सिक्किम)

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि राज्य पार्टियों की शक्ति और प्रभाव राज्य से राज्य में भिन्न हो सकते हैं। कुछ राज्य पार्टियां बहुत मजबूत होती हैं और राज्य की राजनीति पर हावी होती हैं, जबकि अन्य कम प्रभावशाली होती हैं।

राज्य पार्टियां भारतीय लोकतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे क्षेत्रीय मुद्दों का प्रतिनिधित्व करते हैं और राष्ट्रीय पार्टियों को चुनौती दे सकते हैं।

अन्य पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त दल (Other Registered Unrecognized Parties – ORUPPs):

Political parties in india

अन्य पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त दल (ORUPPs) वे राजनीतिक दल हैं जिन्होंने भारत निर्वाचन आयोग (ECI) से पंजीकरण प्राप्त किया है, लेकिन उन्हें राष्ट्रीय या राज्य पार्टी का दर्जा प्राप्त नहीं है। इसका मतलब है कि वे पूरे देश या किसी विशिष्ट राज्य में चुनाव लड़ने के लिए मान्यता प्राप्त नहीं हैं।

ORUPPs को ECI से पंजीकरण प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होता है:

  • कम से कम 100 पंजीकृत सदस्यों की संख्या होनी चाहिए।
  • पार्टी का संविधान और चुनाव प्रक्रिया होनी चाहिए।
  • पार्टी के पदाधिकारियों का चुनाव होना चाहिए।
  • पार्टी को ECI के साथ वार्षिक रिटर्न दाखिल करना होगा।

ORUPPs को कुछ सीमित सुविधाएं मिलती हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • चुनाव चिन्ह: वे ECI द्वारा आवंटित एक चुनाव चिन्ह का उपयोग कर सकते हैं (यदि उपलब्ध हो)।**
  • चुनाव खर्च: उन्हें चुनाव खर्च के लिए सीमित धन मिलता है।**

हालांकि, ORUPPs को राष्ट्रीय और राज्य पार्टियों की तुलना में कई महत्वपूर्ण लाभ नहीं मिलते हैं। वे चुनाव प्रचार के लिए मुफ्त रेडियो और टीवी समय प्राप्त नहीं करते हैं, और उन्हें ECI से उतना अनुदान नहीं मिलता है।

ORUPPs के लिए चुनाव जीतना भी अधिक कठिन होता है। चूंकि उनके पास राष्ट्रीय और राज्य पार्टियों के समान संसाधन और पहुंच नहीं होती है, इसलिए उनके लिए मतदाताओं को आकर्षित करना और चुनाव जीतना अधिक कठिन होता है।

फिर भी, ORUPPs भारतीय राजनीतिक व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। वे अक्सर हाशिए पर रहने वाले समुदायों या विशिष्ट मुद्दों का प्रतिनिधित्व करते हैं। वे राष्ट्रीय और राज्य पार्टियों को चुनौती दे सकते हैं और राजनीतिक प्रक्रिया में विविधता ला सकते हैं।

भारत में ORUPPs के कुछ उदाहरण:

  • आम आदमी मोर्चा (AAP) (दिल्ली में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त करने से पहले)
  • यूपी समाजवादी पार्टी (अपना दल)
  • नॉर्थ ईस्ट सोशलिस्ट फ्रंट (NESF)
  • ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद मुसलमीन (AIMIM) (कुछ राज्यों में राज्य पार्टी का दर्जा)
  • बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) (कुछ राज्यों में राज्य पार्टी का दर्जा)

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ORUPPs की संख्या लगातार बदलती रहती है। कुछ दल राष्ट्रीय या राज्य पार्टी का दर्जा प्राप्त करते हैं, जबकि कुछ दल निष्क्रिय हो जाते हैं या विलय हो जाते हैं।

ORUPPs भारतीय लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे राजनीतिक प्रक्रिया में विविधता लाते हैं और विभिन्न समुदायों और मुद्दों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

भारतीय राजनीतिक व्यवस्था की विशेषताएं:

Political parties in india

भारतीय राजनीतिक व्यवस्था अनेक विशेषताओं से युक्त है, जो इसे दुनिया की अन्य लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं से अलग बनाती हैं। इनमें से कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

1. संघीय प्रणाली: भारत एक संघीय गणराज्य है, जिसका अर्थ है कि शासन की शक्तियां केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के बीच वितरित की जाती हैं।

2. संसदीय लोकतंत्र: भारत एक संसदीय लोकतंत्र है, जिसका अर्थ है कि सरकार का मुखिया प्रधानमंत्री होता है, जो लोकसभा के प्रति जवाबदेह होता है।

3. बहुदलीय प्रणाली: भारत में बहुदलीय प्रणाली है, जिसका अर्थ है कि विभिन्न राजनीतिक दल चुनाव लड़ने और सत्ता हासिल करने के लिए स्वतंत्र हैं।

4. निर्वाचन आयोग: भारत में एक स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन आयोग है जो चुनावों के आयोजन और संचालन के लिए जिम्मेदार है।

5. मौलिक अधिकार: भारतीय नागरिकों को संविधान द्वारा मौलिक अधिकारों की गारंटी दी गई है, जैसे कि समानता, स्वतंत्रता, धर्म की स्वतंत्रता, और शोषण के खिलाफ अधिकार।

6. न्यायिक सक्रियता: भारतीय न्यायपालिका सक्रिय है और सरकार की गतिविधियों की न्यायिक समीक्षा करने की शक्ति रखती है।

7. धर्मनिरपेक्षता: भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है, जिसका अर्थ है कि सभी धर्मों को समान राज्य का संरक्षण प्राप्त है।

8. सकारात्मक कार्रवाई: भारत में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्गों के लोगों के लिए सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए आरक्षण का प्रावधान है।

9. विकेंद्रीकरण: भारत में शासन की शक्तियों का विकेंद्रीकरण किया गया है, जिसका अर्थ है कि स्थानीय सरकारों को निर्णय लेने और नीतियां बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की शक्ति होती है।

10. गठबंधन सरकारें: भारत में गठबंधन सरकारें आम हैं, जहां विभिन्न राजनीतिक दल मिलकर सरकार बनाते हैं।

11. राजनीतिक दलों का प्रभाव: भारतीय राजनीति में राजनीतिक दलों का अत्यधिक प्रभाव होता है।

12. सामाजिक विभाजन: भारत में जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्रीय आधार पर सामाजिक विभाजन मौजूद हैं।

13. भ्रष्टाचार: भ्रष्टाचार भारतीय राजनीति में एक प्रमुख चुनौती है।

14. गरीबी: गरीबी भारत में एक बड़ी समस्या है।

15. असमानता: भारत में आय और संपत्ति की असमानता एक बड़ी समस्या है।

भारतीय राजनीतिक व्यवस्था अनेक विशेषताओं से युक्त है जो इसे जटिल और गतिशील बनाती हैं। यह व्यवस्था लगातार विकसित हो रही है और नई चुनौतियों और अवसरों का सामना कर रही है।

What is Loksabha Election? and Number of Seats in India

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि:

  • Political parties in india की संख्या में समय-समय पर बदलाव होता रहता है।
  • आप भारत निर्वाचन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर नवीनतम जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version